झारखण्ड के जलप्रपात || Jharkhand ke jalprapat || waterfall of jharkhand

बुढाघाघ / लोधघाघ जलप्रपात ( Lodh Falls | Burha Ghagh ) :
- यह लातेहार जिला में स्थित है ।
- यह महुआडाँड़ प्रखंड से लगभग 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- यह झारखंड का सबसे ऊँचा जलप्रपात है जिसकी ऊँचाई 143 मीटर/469 Feet है।
- इसे ‘लोधा जलप्रपात’ के नाम से भी जाना जाता है।
- लोध जलप्रपात का उद्गम स्थल छत्तीसगढ़ राज्य के जमूरा पठार पर है।
- यह जलप्रपात बूढ़ा नदी / Burha River / बुरहा नदी /बुरहाघाग पर स्थित है जो आगे जाकर उत्तरी कोयल नदी से मिल जाती है ।
- बूढ़ा नदी महुआटांड़ भेड़िया आश्रयणी ( Mahuatand Wolf Sanctury) और पलामू ब्याघ्र आरक्षण (Palamu Tiger Reserve) की जीवन रेखा है।
- देश भर इस जलप्रपात का स्थान 21 वां है |
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हुंडरू जलप्रपात :
- रांची शहर के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है।
- हुंडरू जलप्रपात झारखंड का दूसरा सबसे ऊंचा जलप्रपात है |
- इसकी ऊंचाई 98 मी./321 feet है
- यह स्वर्णरेखा नदी पर स्थित है
दसम जलप्रपात ( Dassam Waterfall )
- दशम फॉल ( Dasam Fall ) झारखण्ड की राजधानी – राँची जिला से करीब 35 Km दूर रांची-टाटा रोड पर स्थित है।
- बुण्डू से करीब 20 km तैमारा थाने के पानसाकाम गांव में कांची नदी पर स्थित है।
- जगह दासम गढ़ के रूप में भी जाना जाता है।
- दशम जलप्रपात सुबर्णरेखा नदी की एक सहायक नदी कांची नदी पर स्थित है ।
- इस झरने का मुख्य जल स्रोत नदी कचनी है, जो यहां 144 फीट/44 meter की ऊंचाई से आता है।
- इस गिरावट की अनूठी विशेषता यह है कि जब झरना देखा जाता है, तो 10 पानी की धाराएं भी गिरती दिखाई देती हैं।
- दशम जलप्रपात का असली नाम “दा:सोम” है। “दा:सोम शब्द स्थानीय मुन्डारी भाषा का है । दा:सोम शब्द दो शब्द दा: और सोम से बना है। दा: का अर्थ पानी और सोम का अर्थ जमाव होता है।
हिरनी जलप्रपात | Hirni Fall :
- हिरनी जलप्रपात ,झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम (West Singhbhum) जिले के बंदगांव प्रखंड के मामला गांव में स्थित है।
- रांची चाईबासा मार्ग पर पश्चिमी सिंहभूम (West Singhbhum) जिला में स्थित है
- इसकी ऊंचाई 37 मीटर 121 feet है |
- हिरनी जलप्रपात पश्चिमी सिंहभूम (West Singhbhum) में प्रवाहित होने वाली नदी Ramgarha River पर स्थित है।
- ये जलप्रपात झारखण्ड, ओडिशा तथा छत्तीसगढ़ तक फैले विशाल वन क्षेत्र सारंडा जंगल में स्थित है
पंचघाघ फॉल ( Panchghagh Fall ) :
- यह खूंटी जिला में स्थित है
- पांच धाराओं से मिलकर बने होने के कारण इसका नाम नामकरण – पंचघाघ पड़ा |
- यह बनई नदी पर स्थित है जो कि पांच अलग – अलग धाराओं में बंट गया है।
- पंचघाघ का पानी ज्यादा ऊंचाई से नहीं गिरता है |
| क्र.स | जलप्रपात | जिला | विशेषता |
|---|---|---|---|
| 1 | बुढाघाघ / लोधघाघ जलप्रपात | लातेहार | झारखंड का सबसे ऊंचा जलप्रपात (137 मी ) |
| 2 | हुंडरू जलप्रपात | रांची | झारखंड का दूसरा सबसे ऊंचा जलप्रपात (98 मी.) |
| 3 | दशम जलप्रपात | रांची | काँची नदी पर है (44मी.) |
| 4 | पंचघाघ जलप्रपात | खूँटी | खूँटी जिला में स्थित है |
| 5 | हेपाद जलप्रपात | गुमला | घाघरा नदी के उदगम स्थल पर है |
| 6 | हिरनी जलप्रपात | प. सिंहभूम | पश्चिमी सिंहभूम (West Singhbhum) जिला में स्थित है |
| 7 | राजरप्पा जलप्रपात | रामगढ़ | दामोदर ऐव भैरवी नदी के संगम पर स्थित है |
| 8 | घाघरी जलप्रपात | लातेहार | `नेतरहाट मे घाघरा नदी पर स्थित है (43मी.) |
| 9 | जोन्हा /गोतमधारा जलप्रपात | रांची | रादू नदी पर स्थित है (17 मी) माना जाता है की यह पर गोतम बुद्ध ने स्नान किया है / |
| 10 | घरघरीया जलप्रपात | लोहरदग्गा | पाट क्षेत्र की तलहटी मे स्थित है |
| 11 | लोध जलप्रपात | लातेहार | बूढ़ा नदी पर स्थित है |
| 12 | गोतमधार जलप्रपात | लातेहार | ——- |
| 13 | प्रेमाघाघ जलप्रपात | गुमला | रायडीह गाव से 6 कीमी. की दूरी पर स्थित है |
| 14 | धारागिरी जलप्रपात | घाटशीला | पूर्वी सिंहभूम मे स्थित है |
| 15 | नागफेनी जलप्रपात | गुमला | ——- |
| 16 | सतवागन जलप्रपात | कोडरमा | ——- |
| 17 | पंचघाघ जलप्रपात | खूंटी | बनाई नदी पर अवस्थित है |
| 18 | मोतिझरा जलप्रपात | राजमहल पहाड़ी | अजय नदी पर 40 मी की ऊंचाई पर स्थित है |