Jharkhand ki Vidyut pariyojana झारखंड के विद्युत परियोजनाएं | Power Plants Projects of Jharkhand
परीक्षा के नजरिये से Jharkhand ki Vidyut pariyojana एक महत्वपूर्ण चैप्टर है | किसी भी देश या राज्य की अर्थव्यवस्था की प्रगति में Vidyut pariyojana एक महत्वपूर्ण रोल अदा करते है | Jharkhand ki Vidyut pariyojanao ने न सिर्फ झारखण्ड राज्य के जनता के लिए ऊर्जा का स्रोत का माध्यम का काम किया बल्कि इस राज्य के विकास में भी महत्वपूर्ण role अदा किया | Jharkhand ki Vidyut pariyojanao ने रोजगार का सृजन भी किया है | आज इस राज्य के विकास की रीढ़ की हड्डी बनी है | Jharkhand ki Vidyut pariyojanao ने राज्य की अर्थव्यवस्था को एक गति प्रदान किया है | विभिन्न परीक्षाओं जैसे – JSSC CGL, JPSC , Jharkhand Police, Jharkhand SI, Jharkhand Daroga, Jharkhand Excise Constable इत्यादि में jharkhand ki विद्युत परियोजनाएं ( Vidyut pariyojana ) Power Plants Projects से सम्बंधित कई महत्वपूर्ण सवाल पूछे जाते है

झारखण्ड में स्थापित विद्युत क्षमता 2626 मेगावाट है । राज्य में प्रति व्यक्ति विदुत की उपलब्धता 229.5 किलोवाट है जो की राष्ट्रीय औसत 901.3 किलोवाट से कम है |
झारखण्ड में दो तरह की विद्युत परियोजनाएं संचालित है –
- ताप विद्युत परियोजना ( Thermal Power Projects )
- जल विद्युत परियोजना ( Hydal Power Projects )
Also Read :- झारखण्ड की प्रमुख नदियाँ Questions – 2023 ( Rivers of Jharkhand Objective ) – MCQ Question
A . ताप विद्युत परियोजनाएं ( Thermal Power Projects of Jharkhand )
झारखंड राज्य में प्रचुर मात्रा में कोयला उपलब्ध होने की वजह से ताप विद्युत परियोजनाओं (Thermal Power Projects ) का महत्व अधिक हो जाता है । झारखंड में 4 ताप विद्युत परियोजनाएं चलाई जा रही हैं जो इस प्रकार है –
- बोकारो ताप विद्युत गृह ( Bokaro Thermal Power Station )
- चंद्रपुरा ताप विद्युत गृह ( Chandarpura Thermal Power Station )
- पतरातु ताप विद्युत गृह ( Patratu Thermal Power Station )
- तेनुघाट ताप विद्युत गृह ( Tenughat Thermal Power Station )
क्र.सं. |
परियोजना का नाम |
निर्माण वर्ष |
जिला |
क्षमता |
|---|---|---|---|---|
| 1 | बोकारो ताप विद्युत गृह | 1953 | बोकारो | 830 MW |
| 2 | चंद्रपुरा ताप विद्युत गृह | 1965 | बोकारो | 780 MW |
| 3 | पतरातु ताप विद्युत गृह | 1973 | रामगढ | 840 MW |
| 4 | तेनुघाट ताप विद्युत गृह | 1990 | बोकारो | 420 MW |
बोकारो ताप विद्युत गृह ( Bokaro Thermal Power Station )
-
यह कोयला आधारित प्रथम ताप विद्युत गृह है जिसे दामोदर घाटी परियोजना के तहत स्थापित किया गया था।
- सन् 1953 में यहां से बिजली उत्पादन प्रारंभ हुआ तथा इसकी उत्पादन क्षमता 830 मेगावाट है।
- यह संयंत्र दामोदर नदी की सहायक बोकारो नदी पर स्थापित की गई है।
- इससे राष्ट्रीय ग्रिड को विद्युत आपूर्ति की जाती है।
चंद्रपुरा ताप विद्युत गृह ( Chandarpura Thermal Power Station )
- इसकी स्थापना 1965 ई. में दामोदर घाटी निगम द्वारा बोकारो जिले में की गई है।
- इसकी उत्पादन क्षमता 780 मेगावाट है।
पतरातु ताप विद्युत गृह ( Patratu Thermal Power Station )
- रामगढ़ में अवस्थित यह संयंत्र रूस के सहयोग से चौथी पंचवर्षीय योजना के दौरान 1973 ई. में स्थापित किया
- 840 मेगावाट वाले इस संयंत्र से हटिया (राँची) स्थित HEC को विद्युत आपूर्ति की जाती है।
- यह संयंत्र झारखण्ड राज्य विद्युत बोर्ड (JSEB) के अधीन कार्यरत है।
तेनुघाट ताप विद्युत गृह ( Tenughat Thermal Power Station )
- यह संयंत्र बोकारो जिले में तेनुघाट बांध के समीप स्थापित की गई है।
- इसकी स्थापना 1990 के दशक में की गई थी।
- इसकी क्षमता 420 मेगावाट है।
Also Read :- Birsa Munda बिरसा मुंडा – Jharkhand GK in Hindi